पुरक़ैफ-ए-मंज़र
मेरे फोटो, मेरे गीत
Saturday, May 12, 2007
हद....
सुलगता देश
सुलगते शहर
सुलगते गांव
सुलगते घर
सुलगता परिवार
सुलगते लोग
सुलगते अरमान
सुलगती सांसे
सुलगते एहसास
सुलगते दिन
सुलगती रातें
सुलगते सपनें.....
फिर भी हम जिंदा रहना चाहते हैं...
जिंदा रहने की हद तक.........
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